जनता की सेवा में हजारों बसों वाला परिवहन निगम चलाने वाले ड्राइवर, कंडक्टर व मार्शल का घर कैसे चलता है? महंगाई, बच्चों की बढ़ती फीस, वेतन व पेंशन की टेंशन के बीच उनका जीवन कैसे चलता है?
देश में करोड़ों ऐसी आवाजें हैं, जो भयावह आर्थिक असुरक्षा में जीने को मजबूर हैं। उनके मन की… pic.twitter.com/NGK6P3IHgS