वर्ष 2004-05 और 2017-18 के बीच भारत में कृषि श्रमिकों की संख्या में 6.7 करोड़ की गिरावट आई थी। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि श्रमिकों ने मैन्युफैक्चरिंग और सेवा क्षेत्र में ज़्यादा वेतन वाले कामों के लिए कम वेतन वाले कृषि क्षेत्र के काम को छोड़ा था। यह एक ऐतिहासिक उपलब्धि थी और भारत को…