पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी का जीवन राष्ट्रसेवा व समर्पण का विराट प्रतीक है। जब भी मानवता के कल्याण की बात होगी, पंडित जी के एकात्म मानववाद दर्शन का सिद्धांत सम्पूर्ण मानवजाति को सदैव ध्रुव तारे की तरह मार्गदर्शित करेगा। उनका मानना था कि भोजन से लेकर विचारों तक की आत्मनिर्भरता ही… pic.twitter.com/xvbkkexFNT