Dear Shri Gandhi, you can never be SAVARKAR even in your best dreams because being Savarkar requires strong determination, love for Bharat, selflessness and commitment.@RahulGandhi You can never be…
राहुल उन स्वातन्त्र्य वीर सावरकर का अपमान करते हैं, जिनकी किताब ‘भारत का प्रथम स्वातंत्र्य समर’ का पंजाबी में अनुवाद करवाकर बांटने के लिए खुद भगत सिंह जी वीर सावरकर जी से मिलने रत्नागिरी गए थे, और छापी भी। pic.twitter.com/TBbQyM6DK3